एलिम्को के सहयोग से जरूरतमंद विकलांग व्यक्तियों को कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण और वरिष्ठ नागरिकों को सहायक उपकरण निःशुल्क प्रदान करना। अमलोह में आयोजित शिविर के दौरान बड़ी संख्या में जरूरतमंद लोगों को लाभ हुआ और विकलांगों को कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण प्रदान करने के लिए इस शिविर में विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा मूल्यांकन किया गया। यह जानकारी जिला सामाजिक सुरक्षा पदाधिकारी मो. वीरेंद्र सिंह टिवाणा ने जिले में आयोजित किए जा रहे मूल्यांकन शिविरों के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि एडीआईपी योजना के तहत जरूरतमंद दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों को कृत्रिम अंग और सहायक उपकरण उपलब्ध कराने के लिए 30 नवंबर तक मूल्यांकन शिविर आयोजित किए जा रहे हैं । यह मूल्यांकन शिविर 26 नवंबर को वाल्मिकी धर्मशाला बसी पठाना में , 27 नवंबर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चनारथल कलां में, 28 नवंबर को गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी, गांव चुन्नी कलां में , 29 नवंबर को दुर्गा शक्ति स्थित दुर्गा शक्ति में आयोजित किया जाएगा । वार्ड नंबर 3, खमाणों धर्मशाला में और 30 नवंबर को सिविल अस्पताल फतेहगढ़ साहिब में।

एस। तिवाना ने कहा कि एडीआईपी योजना के तहत 40 प्रतिशत या उससे अधिक विकलांगता वाले विकलांग व्यक्तियों को ट्राइसाइकिल, व्हील चेयर , श्रवण यंत्र , बैसाखी , चलने की छड़ी और अन्य सहायक उपकरण और सहायक उपकरण और कृत्रिम अंग प्रदान किए जाते हैं । इसी प्रकार, आर.वी.वाई. (राष्ट्रीय वयोश्री योजना) 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को व्हीलचेयर , कमोड के साथ व्हीलचेयर , कोहनी की बैसाखी , चलने वाली छड़ी , कुर्सी के साथ चलने वाली छड़ी , फोल्डिंग वॉकर , ट्राइपॉड और टेट्रापॉड , घुटने के ब्रेस , एलएस, बेल्ट, स्पाइनल सपोर्ट और कुशन प्रदान किए जाते हैं आदि निःशुल्क प्रदान किये जाते हैं। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के पास यू.डी.आई.डी. है। कार्ड होना चाहिए