
फाजिल्का की डिप्टी कमिश्नर अमरप्रीत कौर संधू आईएएस ने आज यहां पराली प्रबंधन के लिए तैनात क्लस्टर अधिकारियों के साथ पराली प्रबंधन को लेकर बैठक की। उन्होंने कहा कि किसानों से अधिक से अधिक संपर्क कर उन्हें पराली प्रबंधन की उन्नत तकनीकों की जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों की तुलना में फाजिल्का जिले में पराली जलाने के मामलों में बड़ी कमी आई है, इसलिए जहां सभी क्लस्टर और नोडल अधिकारी और सभी विभाग कड़ी मेहनत कर रहे हैं, वहीं उन्होंने कहा कि किसानों ने भी इस नेक काम में सहयोग किया है। काम करते हैं और उन्होंने पराली को जलाने की बजाय कृषि विभाग द्वारा सुझाए गए तरीकों से पराली को संभालने को प्राथमिकता दी है.
उपायुक्त ने कहा कि पिछले वर्ष 20 नवंबर तक जहां जिले में पराली जलाने की 1478 घटनाएं दर्ज की गयी थीं, वहीं इस बार यह संख्या मात्र 249 है. उन्होंने किसानों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए उनसे अपील की कि गेहूं की बुआई से बचे हुए रकबे में पराली न जला कर बताई गई कृषि तकनीक से बुआई करें।
बैठक में मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. संदीप रिणवां भी मौजूद रहे।