हरियाणा इस समय खतरनाक वायु प्रदूषण और घने कोहरे की दोहरी मार झेल रहा है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के आंकड़े भी चिंताजनक स्तर पर पहुंच गए हैं और मौसम विभाग ने राज्य के 17 इलाकों में घने कोहरे के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
हरियाणा के 17 जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है

हरियाणा के जिन जिलों के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है, उनमें पंचकूला, अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, पानीपत, सोनीपत, यमुनानगर, कैथल, भिवानी, चरखी दादरी, फरीदाबाद, गुरुग्राम, रेवाड़ी, हिसार, रोहतक, जींद और झज्जर शामिल हैं। इन इलाकों में सुबह और रात में घना कोहरा होता है, जिससे यातायात बाधित होता है और दुर्घटना होने का खतरा बढ़ जाता है।
जल्द देखेगा बढ़ती ठंड का असर :
हरियाणा में मौसम अभी भी शुष्क है, लेकिन अगले कुछ दिनों में ठंड बढ़ने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, मैदानी इलाकों में भी जल्द ही पहाड़ों जैसा ही असर देखने को मिलेगा। तापमान का हाल बुधवार को हरियाणा में सबसे अधिक तापमान सिरसा में 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम तापमान हिसार में 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भले ही मौजूदा तापमान औसत के आसपास हो, लेकिन अगले कुछ दिनों में ठंड और भी बढ़ सकती है। मौसम विज्ञानी डॉ. एम.एल. खीचर ने कहा कि इस समय बारिश की उम्मीद नहीं है और अगले सप्ताह तक राज्य का मौसम शुष्क बना रहेगा। वायु प्रदूषण को लेकर चिंता जताई गई। हरियाणा के कई जिलों में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब रही है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का दावा है कि राज्य के अधिकांश प्रमुख जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 300 से ऊपर है, जो मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है।
चरखी दादरी : 340 (बहुत खराब), बहादुरगढ़: 386 (बेहद खराब), गुरुग्राम: 328 (बेहद खराब), रोहतक: 307 (बेहद खराब), 302 (बेहद खराब) सिरसा अन्य जिलों में भी AQI खतरनाक रूप से उच्च है। कारखानों, यातायात और निर्माण से निकलने वाला धुआं इन प्रदूषण स्तरों का मुख्य कारण है।
प्रदूषण को रोकने के लिए सख्त उपाय : –
हरियाणा में चौदह जिले हैं जो दिल्ली-एनसीआर का हिस्सा हैं और जो GRAP-4 (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के अंतर्गत आते हैं। यह खनन, निर्माण और डीजल ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाता है। प्रदूषण से निपटने के लिए गुरुग्राम नगर निगम द्वारा टीमें भेजी गई हैं और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती बरती जा रही है। आज तक 550 से अधिक चालान जारी किए जा चुके हैं।