
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को प्रथम एशियाई बौद्ध शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने बौद्ध धर्म की शिक्षाओं की सराहना की। राष्ट्रपति ने कहा कि विश्व जहां संघर्ष और जलवायु संकट का सामना कर रहा है, ऐसे समय में बौद्ध धर्म के पास मानव समुदाय को देने के लिए बहुत कुछ है। इनकी शिक्षाएं संकट के समय काफी उपयोगी हैं। उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म की शिक्षाओं में करुणा शब्द शामिल है, जिसकी विश्व को आज जरूरत है।