जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ इलाके में आतंकवादियों से लोहा लेते समय बलिदान हुए हमीरपुर के लहद गांव के जवान अरविंद का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सेना में ही कार्यरत छोटे भाई परमजीत ने बलिदानी बड़े भाई अरविंद की चिता को मुखाग्नि दी। पार्थिव देह घर पहुंचते ही चीखो पुकार से माहौल गमगीन हो गया। पौने बारह बजे के करीब बलिदानी की पार्थिव देह घर पर पहुंची तो मां और पत्नी रो रोकर बेसुध हो गई।

शुक्रवार को किश्तवाड डोडा में आतंकी मुठभेड़ के दौरान 27 वर्षीय अरविंद देश के लिए बलिदान हो गए। बलिदानी अरविंद सिंह की अंतिम यात्रा में हर किसी की इस समय आंखें नम थीं। गांव में पहुंचने से पहले सड़क से गांव तक युवाओं ने बाइक रैली निकालकर शहीद अरविंद सिंह को श्रद्धांजलि दी और भारत माता की जय के नारे लगाए। किश्तवाड़ में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान सिपाही अरविंद बलिदान हो गए थे।
बलिदानी अरविंद का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ गांव के ही शमशान घाट में किया गया। इस मौके पर उपायुक्त हमीरपुर अमरजीत सिंह, एएसपी राजेश कुमार, नादौन एसडीएम अपराजिता चंदेल के अलावा सैंकड़ों की तादाद में स्थानीय लोग मौजूद रहे। इस अवसर पर उपयुक्त अमरजीत सिंह, एएसपी राजेश एसडीएम अपराजिता चंदेल के अलावा सैंकड़ों की तादात में लोग मौजूद रहे। वहीं, शहीद अरविंद के चचेरे भाई संदीप कुमार संदीप ने बताया कि अरविंद अभी कुछ दिन पहले ही जन्माष्टमी के दौरान घर पर आए हुए थे और छुट्टियां बिताकर वापस गए थे। उन्होंने अरविंद की शहादत पर फख्र है।
चुनाव को प्रभावित करने की फिराक में आतंकी
बता दें कि सितंबर महीने की 18 तारीख को जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे समय पर आतंकी चुनाव में प्रभावित करने की फिराक में हैं। डोडा, किश्तवाड़ और रामबन जिलों के आठ विधानसभा क्षेत्रों में 18 सितंबर को मतदान होना है। इसके साथ ही दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जिलों में भी 16 सीटों पर मतदान होने वाला है।