स्कूल के अंदर इंटरलॉकिंग टाइल वाले रास्ते भी छात्रों को समर्पित किए गए
शिक्षक दिवस की बधाई
हलका विधायक का स्कूल स्टाफ व विद्यार्थियों ने किया सम्मान
फतेहगढ़ साहिब, 05 सितम्बर
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों के तहत आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत आज शिक्षक दिवस के अवसर पर सरकारी हाई स्कूल माधोपुर की चार दीवारी का निर्माण 30 वर्ष के बाद हलका विधायक एस. लखबीर सिंह रॉय द्वारा लगभग 06 लाख रूपये की लागत से करवाया गया है प्रस्तुत किया गया। इसके साथ ही इंटरलॉक टाइल्स से बना स्कूल कॉरिडोर भी विद्यार्थियों को समर्पित किया गया। इस मौके पर विधानसभा क्षेत्र विधायक ने भी शिक्षक दिवस की बधाई दी.

निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रॉय ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए दिन-रात काम कर रही है। उन्होंने कहा कि स्कूल के मुख्य द्वार से लेकर कक्षाओं तक जगह ऊबड़-खाबड़ होने के कारण बरसात के दिनों में विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ता था, लेकिन इंटरलॉक टाइलें लगने से यह समस्या दूर हो गई है। लगभग 30 वर्षों के बाद बनी चहारदीवारी से विद्यालय का स्वरूप और विद्यार्थियों व स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित हुई है।
हलका विधायक ने कहा कि मौजूदा सरकार के प्रयासों से आज पंजाब में कोई भी ऐसा स्कूल नहीं है, जिसमें दीवार न हो। विद्यार्थियों के लिए स्कूलों में लगातार शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा है। बुनियादी ढांचे के साथ-साथ छात्रों के जीवन में शिक्षकों का योगदान महत्वपूर्ण है। मेहनती शिक्षक किसी को भी ऊपर उठा सकते हैं। सरकारी स्कूलों से पढ़कर अफसर बने अफसर इसका उदाहरण हैं। उन्होंने महाभारत के संदर्भ में शिक्षकों के महत्व को भी समझाया।
विधानसभा क्षेत्र विधायक ने कहा कि आज हमारे बच्चे व युवा विदेशों में कष्ट झेल रहे हैं. इसलिए जरूरी है कि हमारे बच्चे ज्यादा से ज्यादा पढ़ें। पढ़ाई के बाद सरकारी नौकरी पाना जरूरी नहीं है। एक शिक्षित व्यक्ति बहुत कुछ कर सकता है। आज पंजाब में दूसरे राज्यों के लोग सफल हो रहे हैं तो पंजाबी क्यों सफल नहीं हो सकते? उन्होंने कहा कि हमें इस ऐतिहासिक भूमि श्री फतेहगढ़ साहिब को विकास के मामले में विश्व के मानचित्र पर उभारना है।
हलका विधायक ने कहा कि पंजाब में सत्ता परिवर्तन के बाद राज्य ने शिक्षा के क्षेत्र में नई उड़ान भरी है। उन्होंने कहा कि सरकारों का रुख बदलते ही ट्रेंड बदल जाता है. शिक्षा सुधार पिछली सरकारों का लक्ष्य नहीं था। पंजाब में स्कूलों को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराकर शिक्षा क्रांति के लिए बड़े पैमाने पर कदम उठाए जा रहे हैं।
शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए देश में पहली बार आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपलों को शिक्षा के मानक और तरीकों की जानकारी लेने के लिए सिंगापुर भेजा गया, ताकि पंजाब के विद्यार्थियों को उनका आत्मविश्वास बढ़ाया जा सकता है और वे सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
सरकार शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने की कोशिश कर रही है, जिसमें स्कूल भवनों के सौंदर्यीकरण के साथ-साथ शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए भी काम किया जा रहा है।
पंजाब सरकार शिक्षा के साथ-साथ खेलों पर भी ध्यान दे रही है। भारतीय हॉकी टीम ओलंपिक से पदक लेकर आई है और उस टीम में बड़ी संख्या में खिलाड़ी पंजाबी हैं. उन्होंने कहा कि बेशक भारत में पंजाबियों की संख्या लगभग 02 प्रतिशत है, लेकिन खेलों में पंजाबियों की भागीदारी लगभग 18 प्रतिशत है, जो गर्व की बात है। स्पोर्ट्स होमलैंड पंजाब जैसे खेलों को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास किया गया है।
इस अवसर पर बी.डी.पी.ओ चंद सिंह और दीप शिखा, हरगुलज़ार सिंह कंग, जत्थेदार करनैल सिंह, जसवीर कौर, स. जग्गी सिंह पंच, स. पाल सिंह, स. हरजीत सिंह, स्कूल प्रमुख श्री जतिंदर सिंह, प्रा. सरबजीत सिंह, सेवानिवृत्त डी. ई. ओह अवतार सिंह, सेवानिवृत्त डिप्टी कमिश्नर गुरपाल सिंह चाहल, स.गुरस्तिंदर जल्ला, मान माधोपुर, बिल्ला माधोपुर, श्री मंदीप पोला, श्री हर्ष रूड़की, डी.एम. खेल जसवीर सिंह, स्कूल स्टाफ श्रीमती प्रवीण कौर, श्रीमती अरुण बाला शर्मा, श्रीमती अमरप्रीत कौर, श्रीमती हिमानी शर्मा, श्रीमती राजिंदर कौर, श्रीमती अलका सिद्धू, श्रीमती सरबजीत कौर, श्री हरबंस सिंह, श्री धीरज मोहन शर्मा, श्री तरूण खोसला, श्री रणजोध सिंह, श्री शमशेर सिंह, श्री जश्नप्रीत सिंह तथा विद्यार्थी एवं गणमान्य व्यक्तियों सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।