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ढाका में प्रदर्शनकारियों और अवामी लीग के समर्थक भिड़े, दो लोगों की मौत, 30 लोग घायल

ढाका : बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी और सत्तारूढ़ अवामी लीग के समर्थक आपस में भिड़ गए। इसमें दो लोगों की मौत हो गई। जबकि 30 लोग घायल हो गए। इसके अलावा देश के कई अन्य इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने वाहनों में आग लगाई। कई कार्यालयों में तोड़फोड़ की।

ढाका में रविवार सुबह प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर हजारों प्रदर्शनकारी शाहबाग में एकत्र हुए थे। प्रदर्शनकारी रैली निकालकर प्रधान मंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और कोटा सुधार विरोध प्रदर्शनों के तहत हाल ही में हुई हिंसा में मारे गए लोगों के लिए न्याय की मांग करते हुए नारे लगा रहे थे।

इस दौरान मुंशीगंज में प्रदर्शनकारियों को अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं के समर्थकों के विरोध का सामना करना पड़ा। यहां हुई झड़प में दो लोगों की मौत हो गई।

इसके अलावा साइंस लैब चौराहे पर भी प्रदर्शनकारियों ने भी सरकार विरोधी नारे लगाए। इसके अलावा बंगबंधु शेख मुजीब मेडिकल यूनिवर्सिटी (बीएसएमएमयू) में कई वाहनों को आग लगा दी गई। कुछ लोगों ने अस्पताल परिसर में निजी कारों, एम्बुलेंस, मोटरसाइकिलों और बसों में तोड़फोड़ की।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि ढाका की विज्ञान प्रयोगशाला, धानमंडी, मोहम्मदपुर, टेक्निकल, मीरपुर-10, रामपुरा, तेजगांव, फार्मगेट, पंथापथ, जतराबारी और उत्तरा में भी विरोध प्रदर्शन और रैलियां होंगी।

उन्होंने स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, निजी विश्वविद्यालयों और मदरसों के छात्रों के साथ-साथ श्रमिकों, पेशेवरों, राजनीतिक कार्यकर्ताओं और अन्य सार्वजनिक सदस्यों से विरोध प्रदर्शन में भाग लेने का आह्वान किया है।

वहीं शनिवार को भी छात्रों की रैली के दौरान हुई झड़पों में एक व्यापारी की मौत हो गई और कम से कम 20 अन्य घायल हो गए। इस दौरान कई स्थानों पर पुलिस वाहनों और सरकारी भवनों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई।

चट्टोग्राम में शिक्षा मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी नोफेल और चट्टोग्राम सिटी कॉरपोरेशन के मेयर रेजाउल करीम चौधरी के आवास और सांसद मोहम्मद मोहिउद्दीन बच्चू के कार्यालय पर हमला किया गया।

इसके जवाब में स्थायी समिति के सदस्य अमीर खोसरू महमूद चौधरी सहित कई विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के नेताओं के घरों को निशाना बनाया गया।

ठुकराया प्रधानमंत्री हसीना का प्रस्ताव
शुक्रवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने प्रदर्शनकारी छात्रों से बातचीत के माध्यम से हिंसा को खत्म करने का अनुरोध किया था।

शेख हसीना ने अपने आधिकारिक आवास में बातचीत के लिए छात्रों को आमंत्रित किया था। मगर प्रदर्शनकारी छात्रों ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि वे सरकार के साथ बात करने के लिए सहमत नहीं हैं।

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