Tax Saving Tips: सैलरीड क्लास के टैक्सपेयर टैक्स सेविंग के लिए कई तरह की तरकीबें अपनाते हैं. हम आपको टैक्स सेविंग में मददगार कुछ स्कीम के बारे में बता रहे हैं.

Tax Saving Options: हर नौकरीपेशा व्यक्ति की यह कोशिश रहती है कि वह ज्यादा से ज्यादा टैक्स सेव कर सके, लेकिन कई बार टैक्स सेविंग बहुत मुश्किल हो सकता है.

वित्त वर्ष की शुरुआत से ही अगर आप स्मार्ट तरीके से निवेश करें तो आप टैक्स में अच्छी बचत कर सकते हैं.

बैंक ग्राहकों को टैक्स सेविंग के लिए टैक्स सेवर एफडी का विकल्प देते हैं. इस तरह की एफडी का टेन्योर कुल पांच साल का होता है. इस स्कीम में निवेश करने पर आमतौर पर ग्राहकों को 7 से 8 फीसदी तक का ब्याज मिलता है. इसके साथ ही इस स्कीम में टैक्सपेयर्स को इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत 1.50 लाख रुपये की छूट मिलती है.

पीपीएफ भी एक टैक्स सेविंग स्कीम है जिसमें निवेश करने पर ग्राहकों को इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत सालाना 1.50 लाख रुपये की छूट मिलती है. यह 15 साल की स्कीम है जिसमें जमा राशि पर 7.10 फीसदी ब्याज का लाभ मिल रहा है.

इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) भी टैक्स सेविंग का एक अच्छा विकल्प है. इसमें केवल 3 साल के निवेश पर आपको टैक्स छूट का लाभ मिलता है. इसमें आपको एक साल में 1 लाख रुपये के रिडेम्पशन पर टैक्स छूट का लाभ मिलता है. इसमें आपको लगभग 10 फीसदी का रिटर्न मिलता है.

नेशनल सेविंग स्कीम (NSC) एक पांच साल की छोटी बचत योजना है जिसमें जमा राशि पर 7.7 फीसदी ब्याज दर का लाभ मिल रहा है. इसमें निवेश करने पर आपको इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत 1.50 लाख रुपये की टैक्स छूट का लाभ मिल रहा है.

इसके अलावा अगर आप अपने बच्चे की ट्यूशन फीस भरते हैं तो आप उसे क्लेम करके टैक्स छूट का लाभ ले सकते हैं.