Stomach Cancer In Women: पेट का कैंसर जिसे हम अंग्रेजी में स्टमक कैंसर कहते हैं. उसे गैस्ट्रिक कैंसर के नाम से भी जानते हैं. पेट में कई तरह के कैंसर होते हैं.

पेट का कैंसर जिसे हम अंग्रेजी में स्टमक कैंसर कहते हैं. उसे गैस्ट्रिक कैंसर के नाम से भी जानते हैं. पेट में कई तरह के कैंसर होते हैं. यह पूरी तरह से कैंसर पर डिपेंट करता है कि वह कितनी दूर तक फैला है. आजकल की खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण लोग गंभीर और खतरनाक बीमारी का शिकार हो रहे हैं.
खराब लाइफस्टाइल के कारण कैंसर के कई कारण हो सकते हैं जैसे- जेनेटिक, हेल्थ फैक्टर जिम्मेदार हो सकता है. इसके शुरुआती लक्षण बड़े ही नॉर्मल होते हैं लेकिन इसका खास ख्याल रखना बेहद जरूरी है. आइए जानें महिलाओं में पेट के कैंसर के लक्षण क्या होते हैं?
आपको बता दें कि महिलाओं और पुरुषों में पेट कैंसर के लक्षण एक जैसे ही होते हैं. इनमें को खास अंतर नहीं होता है. महिलाओं को उन सभी लक्षणों पर गौर करना चाहिए जो नॉर्मल नहीं है. रिसर्च के मुताबिक पेट का कैंसर होने पर शायद ही कोई खास लक्षण शरीर पर दिखाई देता है. शुरुआती दिनों में कुछ खास नहीं दिखता है. इस गंभीर बीमारी का पता लगाना मुश्किल होता है. जब कंडीशन ए़ड्वांस स्टेज में पहुंच जाता है तब शरीर में इसके लक्षण दिखाई देते हैं.
महिला या पुरुष में पेट के कैंसर के लक्षण
बार-बार पेट में दर्द होना
अचानक और बिना कोशिश किए वजन कम होना
निगलने में दिक्कत होना
पेट के अंदर ब्लीडिंग होना, नतीजतन उल्टी के जरिए ब्लड निकलना
थकान
जी-मिचलाना
हर समय डल फील करना
थोड़ा-बहुत खाते ही पेट भरे का अहसास होना
अपच की समस्या बनी रहना
पेट के कैंसर के शुरुआती लक्षण तो नहीं दिखाई देते हैं इसलिए मरीज इसे नॉर्मल ही मानता है. पेट के कैंसर की स्क्रीनिंग भी बहुत कॉमन है.पेट के कैंसर का पता लगाना बेहद मुश्किल है. अगर मरीज को बार-बार पेट से जुड़ी समस्या हो रही है तो पेट की स्क्रीनिंग जरूर करवानी चाहिए.
पेट का कैंसर पूरी तरह से ठीक हो सकता है?
पेट का कैंसर एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है. अक्सर थर्ड स्टेज में इस बीमारी का पता चलता है. इसका इलाज भी काफी ज्यादा मुश्किल है. अगर समय रहते पेट के कैंसर का पता चल जाए तो इसे इलाज के जरिए ठीक किया जा सकता है. अगर किसी व्यक्ति को बार-बार पेट से जुड़ी दिक्कत,अपच, भूख नहीं लग रही है, वजन कम हो रहा है तो उन्हें कुछ खास संकेतों को ध्यान में रखना चाहिए. ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए. बीमारी को डायग्नोस कर सही ट्रीटमेंट करवाएंगे.