fbpx

जम्मू-कश्मीर आतंकी हमले में जयपुर के परिवार की दर्दनाक त्रासदी : वैष्णो देवी के दर्शन के सफर में चार की मौत


जयपुर।

एक परिवार की कहानी जो कभी खुशी से भरी थी, अब अनगिनत आँसुओं और दुःख के साए में है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि आतंकवाद की मार किस हद तक निर्दोष लोगों की जिंदगियों को बर्बाद कर सकती है। इस दर्दनाक घटना से उबरने के लिए उन्हें हमारी सामूहिक सहानुभूति और समर्थन की आवश्यकता है। आतंकवाद को खत्म करने का दावा करने वाली सरकार को आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है।

जम्मू-कश्मीर की खूबसूरत वादियों में रविवार की शाम खून के रंग में रंग गई। एक निर्दयी आतंकी हमले में जयपुर के एक परिवार के चार सदस्यों की जिंदगी हमेशा के लिए खत्म हो गई। यह परिवार वैष्णो देवी के दर्शन के लिए गया था, लेकिन वापसी में उनके सपनों की यात्रा मौत की यात्रा बन गई।
परिवार की खुशियाँ छीन लीं
जयपुर के चौमूं क्षेत्र के पांच्यावाली ढाणी और हरमाड़ा क्षेत्र के अजमेरा की ढाणी का एक खुशहाल परिवार अपनी जिंदगी के सबसे दुखद दिन से गुजर गया। राजेंद्र सैनी (42) और उनकी पत्नी ममता सैनी (40) की आतंकियों ने हत्या कर दी। उनके साथ ही ओमप्रकाश सैनी की बेटी पूजा सैनी (30) और उनके नन्हे बेटे लिवांश उर्फ किट्टू (2) भी इस हमले में मारे गए। पूजा का पति पवन सैनी (32) गंभीर रूप से घायल हैं और कटरा के हॉस्पिटल में इलाजरत हैं।
सपनों की यात्रा का अंत
5 जून को यह परिवार वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए निकला था। जयपुर रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ कर वे जम्मू पहुंचे थे और फिर तीर्थयात्रा बस में सवार होकर उन्होंने अपनी यात्रा जारी रखी। शिव खोड़ी के दर्शन के बाद, उनकी बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया। चश्मदीदों के अनुसार, आतंकियों ने बस को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध फायरिंग की, जिससे बस खाई में गिर गई।
परिवार की कहानी
राजेंद्र सैनी चौमूं में रेडीमेड कपड़ों की दुकान चलाते थे। उनकी पत्नी ममता सैनी उनके साथ इस व्यवसाय में मदद करती थीं। पूजा सैनी, जो अजमेरा की ढाणी की रहने वाली थीं, अपने पति पवन के साथ ई-मित्र की दुकान संचालित करती थीं।
अबोध बच्चे बने अनाथ
राजेंद्र और ममता के तीन बच्चे अब अनाथ हो गए हैं। सबसे बड़ी बेटी वर्षा (21) बीएड कर रही है, बेटा राहुल (19) कॉलेज की पढ़ाई कर रहा है, और सबसे छोटा बेटा लक्की (17) स्कूल की पढ़ाई कर रहा है। इन तीनों बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठ गया है, और उनका भविष्य अनिश्चितता में डूब गया है।
घटना का समय और विवरण
रियासी (जम्मू-कश्मीर) की SSP मोहिता शर्मा के मुताबिक, आतंकियों ने कंदा इलाके में शिव खोड़ी से कटरा जा रही बस पर रविवार शाम करीब 6 बजे ओपन फायर किया था। इसमें ड्राइवर घायल हुआ और उसका बस से कंट्रोल खो गया। इसके चलते बस खाई में गिरी। चश्मदीदों के मुताबिक, 2 आतंकी घटनास्थल पर थे। आतंकवादी हाईवे पर बस का इंतजार कर रहे थे। ऐसा लग रहा है कि उन्होंने इस बस को इसलिए निशाना बनाया है​ कि इसमें यात्री जम्मू-कश्मीर के बाहर के थे। माना जा रहा है कि पाक के आतंकी समूह जम्मू-कश्मीर में दोबारा आतंक फैलाना चाहते हैं।
परिवार की मांगें
ओमप्रकाश सैनी ने सरकार से मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। साथ ही, आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
प्रशासनिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया
चौमूं के पूर्व विधायक रामलाल शर्मा ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से बात कर मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रशासन तुरंत सक्रिय हो गया है और पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया गया है।
हाल की घटनाएँ
पिछले महीने भी आतंकी हमले में जयपुर के लोग निशाना बने थे। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में जयपुर से घूमने गए फरहा खान (35) और उनके पति तबरेज खान (38) पर गोली चलाई थी। आतंकवादियों ने यानेर इलाके के एक रिसॉर्ट में उनके ऊपर फायरिंग कर दी थी। दोनों घायलों को अनंतनाग के जीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *