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पूर्व CM शिवराज सिंह चौहान के गृहजिले में मुख्यमंत्री मोहन की पहली कार्रवाई, इछावर TI को क्यों किया निलंबित?

Sehore News: सीएम मोहन यादव पांच महीने शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में हस्तक्षेप नहीं कर रहे थे. सीहोर जिले में किसी भी अफसर को नहीं हटाया गया, लेकिन अब यहां भी कार्रवाई की गई है.

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद 13 दिसंबर 2023 को प्रदेश के नवागत मुख्यमंत्री के रूप में मोहन यादव ( Mohan Yadav) ने सीएम पद की शपथ ली थी. शपथ लेने के बाद से ही नवागत सीएम मोहन यादव एक्शन में आ गए थे और प्रदेश भर के जिलों का दौरा कर रहे थे. सीएम मोहन यादव को जहां भी गड़बड़ी नजर आ रही थी, वो तत्काल कार्रवाई कर रहे थे. इन पांच महीनों के कार्यकाल में सीएम मोहन यादव ने कई कमिश्रर, कलेक्टर, एसपी सहित अनेक अफसरों पर निलंबन, ट्रांसफर सहित विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. 

सीएम मोहन यादव, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में हस्तक्षेप नहीं कर रहे थे. इन पांच महीने में सीहोर जिले में किसी भी अफसर को नहीं हटाया गया, लेकिन पहली बार सीएम मोहन यादव ने पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में भी कार्रवाई कर दी है. एक दिन पहले ही सीएम मोहन यादव ने पूर्व सीएम शिवराज के गृह जिले सीहोर और प्रदेश सरकार में राजस्व मंत्री का दायित्व संभाल रहे करण सिंह वर्मा के विधानसभा क्षेत्र के थाना प्रभारी को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं. 

बताया जा रहा है मुख्यमंत्री मोहन यादव से मिले निर्देशों के बाद सीहोर जिला पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने शुक्रवार को ही इछावर टीआई नीता देअरवाल को निलंबित कर दिया. एसपी मयंक अवस्थी के अनुसार यह कार्रवाई मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देश पर की गई है. अभी शिकायत के आधार पर निलंबित किया गया है, जांच के बाद आगे की विभागीय कार्रवाई की जाएगी. 

शिवराज सिंह के जिले में हुई पहली कार्रवाई
बता दें तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में साढ़े 16 साल तक सीएम पद संभाला है. शिवराज सिंह चौहान सीहोर जिले की बुदनी विधानसभा से विधायक हैं. सीहोर जिले में चार विधानसभाएं आती हैं, जिनमें बुदनी, सीहोर, इछावर और आष्टा शामिल है. सीएम मोहन यादव ने 13 दिसंबर को सीएम पद की शपथ ली थी. शपथ लेने के बाद ही मोहन यादव एक्शन में आ गए थे और लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई की शुरुआत की थी. 

उन्होंने पहली कार्रवाई गुना में की थी, जहां एक बस में 13 लोग जिंदा जल गए थे. जहां सीएम गुना के अफसरों को हटाया था. इसके बाद कार्रवाई का यह सिलसिला लगातार बढ़ता ही चला गया. हालांकि, इन पांच महीने के कार्यकाल में सीएम मोहन यादव ने सीहोर जिले में किसी भी अफसर पर कार्रवाई नहीं की थी. बताया जा रहा है कि सीहोर जिले में सीएम मोहन यादव की यह पहली कार्रवाई है, जिसमें इछावर टीआई को हटाया गया.

राजस्व मंत्री के विधानसभा में हुई कार्रवाई 
मुख्यमंत्री मोहन यादव सरकार के मंत्री मंडल में सीहोर जिले की इछावर विधानसभा से विधायक करण सिंह वर्मा राजस्व मंत्री का पद संभाल रहे हैं. राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा की ईमानदार छवि किसी से भी छिपी नहीं है. सीएम मोहन यादव सार्वजनिक मंचों से मंत्री करण सिंह वर्मा की तारीफ भी करते हैं. 

मंत्री करणसिंह वर्मा की ईमानदार छवि की वजह से प्रदेश भर के राजस्व अधिकारी-कर्मचारी लापरवाही और भ्रष्टाचार करने में डरते हैं, लेकिन राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा की खुद की विधानसभा इछावर में थाना प्रभारी बैखोफ रहीं, जिसका परिणाम यह हुआ कि उनका निलंबन हो गया.

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