
जिले में पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से मृत्यु के कारणों का पता लगाने के लिए सिविल सर्जन डाॅ. दविंदरजीत कौर जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ. राजेश कुमार, प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी, शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सक एवं पारा मेडिकल स्टाफ के साथ समीक्षा बैठक की गयी. बैठक को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ. दविंदरजीत कौर ने कहा कि समय से पहले बच्चे का जन्म, जन्म के समय वजन बहुत कम होना, बच्चे को ठीक से खाना नहीं खिलाना, बीमार होने पर बच्चे को डॉक्टर के पास देर से ले जाना आदि कारणों से शिशु मृत्यु दर में वृद्धि होती है। उन्होंने कहा कि माता-पिता को बच्चों की स्वास्थ्य देखभाल के प्रति जागरूक करना, समय पर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना और समय पर बच्चों का टीकाकरण कराकर बच्चों की मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ. राजेश कुमार ने कहा कि बच्चे को दूध पिलाने के तुरंत बाद कंधे पर डकार दिलाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कम वजन और उच्च जोखिम के लक्षणों वाली गर्भवती महिलाओं को स्वस्थ आहार खाने की अनुमति दी जानी चाहिए और प्रसव के दौरान नियमित जांच सुनिश्चित करनी चाहिए। बच्चे का वजन कम नहीं होना चाहिए. सिविल सर्जन डाॅ. इस मौके पर दविंदरजीत कौर ने अधिकारियों से कहा कि वे पैरामेडिकल स्टाफ और आशा राही महिलाओं को गर्भवती होने पर जल्द से जल्द पंजीकृत करें, नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं, स्वास्थ्य संस्थानों में डिलीवरी कराएं, नवजात को स्तनपान के सही तरीके बताएं। बच्चे, बच्चों को किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तुरंत चिकित्सीय जांच कराएं और मां को सूचित करें कि वह अपने नवजात बच्चों को कम से कम पहले 6 महीने तक स्तनपान कराएं। इस अवसर पर जिला प्रोग्राम मैनेजर डॉ. कासिटिसिमा, जिला समूह शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बलजिंदर सिंह, गुरदीप सिंह, जसविंदर कौर, अनिल भरतवाड़ आदि उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन:- सीडीआर मीटिंग करते हुए सिविल सर्जन डॉ. दविंदरजीत कौर।