
डायरेक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग पंजाब के दिशा-निर्देशों के अनुसार और सिविल सर्जन डॉ. दविंदरजीत कौर के नेतृत्व में 8 मई को जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में “विश्व थैलेसीमिया दिवस” मनाया जाएगा और इसी दिन से लेकर आज तक 17 मई को जिलेवासियों को थैलेसीमिया बीमारी के बारे में जानकारी दी जायेगी और इसके संबंध में जागरूक भी किया जायेगा. इस संबंध में जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ. दविंदरजीत कौर ने बताया कि थैलेसीमिया एक जन्मजात बीमारी है, इस बीमारी के कारण छोटे बच्चों में रक्त बनने की प्रक्रिया कम होती है और इस वजह से बच्चे को हर 10 या 15 दिन में रक्त चढ़ाने की जरूरत पड़ती है। आगे चलकर बच्चा कमजोर हो जाता है। इस बीमारी के प्रति माता-पिता में जागरूकता की कमी के कारण बीमारी का पता देर से चलता है और बच्चे की रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है और बच्चा अन्य बीमारियों से घिर जाता है। उन्होंने कहा कि जागरूक रहकर और समय रहते बच्चे की इस बीमारी का पता लगाकर इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है, जिससे बच्चे को अन्य बीमारियों से भी बचाया जा सकता है। डॉ. देविंदरजीत कौर ने कहा कि आम जनता को थैलेसीमिया से होने वाली समस्याओं के प्रति जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में जागरूकता अभियान चलाएगा और प्रभावित बच्चों के इलाज के बारे में उनके परिवारों को जागरूक किया जाएगा. . उन्होंने कहा कि थैलेसीमिया पीड़ितों के लिए अधिक रक्त की आवश्यकता होती है, इसलिए इस अभियान के दौरान आम लोगों को भी रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.
फोटो कैप्शन:- जानकारी देते सिविल सर्जन डॉ. देविंदरजीत कौर