
गर्भवती माताओं को टिटनेस और छोटे बच्चों को विभिन्न घातक बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण कराना बहुत जरूरी है 30 अप्रैल तक “विश्व टीकाकरण सप्ताह” मनाया जाएगा। इस संबंध में जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ. दविंदरजीत कौर ने बताया कि टीकाकरण पर विस्तारित कार्यक्रम के 50 साल पूरे होने पर यह सप्ताह दुनिया भर में मनाया जा रहा है। जिसके तहत जिले भर में तैयारी की जा रही है ताकि कोई भी गर्भवती महिला और बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि डायरैक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, पंजाब के दिशा-निर्देशों के अनुसार जिले में विशेषकर शहरी और प्रवासी आबादी वाले अन्य क्षेत्रों जैसे झुग्गी-झोपड़ियों, झुग्गियों, झोपड़ियों, भाटिया, पथेरा, गुजरान कैंपों और अन्य वंचित क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं और शून्य से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों के संपूर्ण टीकाकरण के लिए आउटरीच कैंप लगाए जाएंगे। इस अभियान के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए स्कूलों में भाषण, चार्ट बनाने की प्रतियोगिताएं, रैलियां आयोजित की जाएंगी और आम जनता के बीच इस अभियान से संबंधित अन्य जागरूकता गतिविधियां भी की जाएंगी। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि बुधवार को छोड़कर सप्ताह भर चलने वाले इस अभियान के दौरान निर्धारित टीकाकरण सूची के अलावा छूटे हुए बच्चों पर अधिक ध्यान दिया जाएगा, खसरा एवं रबेलिस टीकाकरण की दूसरी खुराक का शत-प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित किया गया 10 और 16 साल के प्रवासी बच्चों को भी टीडी का टीका लगाया जाएगा। इस अभियान को लेकर पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा फील्ड में जाकर हेड काउंट करना
एक सर्वे कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसकी रिपोर्ट प्रतिदिन गूगल सीट पर करना सुनिश्चित किया जायेगा.
फोटो कैप्शन:- “विश्व टीकाकरण सप्ताह” के संबंध में जानकारी देती सिविल सर्जन डॉ. देविंदरजीत कौर।