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हिमाचल में नशा: कूरियर से पहुंच रहा चिट्टा, इंटरनेशनल ड्रग तस्कर के जुड़े तार, गिरफ्तार आरोपी कर रहे खुलासे

राजधानी शिमला में कूरियर से चिट्टे भेजने के मामले में गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस जांच में कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि 3 अप्रैल को पंजाब से शिमला शहर के होटल के पते पर भेजे कूरियर में पार्सल में एक जुराब के भीतर करीब 15 ग्राम चिट्टा अलग-अलग पैकेटों में पैक था। इसे बाद में दोनों आरोपियों ने चिट्टे को आपस में बांटा दिया था।

नशा तस्करों का विदेशी कनेक्शन
अब दोनों आरोपियों से पूछताछ और इनके मोबाइल फोन की जांच के बाद पुलिस को मामले में विदेश के कॉलिंग कोड का एक व्हाट्सएप नंबर और स्कैनर हत्थे लगा है। इसकी जांच के लिए पुलिस साइबर सेल की मदद ले रही है।

इंटरनेशनल ड्रग तस्कर संदीप शाह के तार
राजधानी में बाहरी राज्य से चिट्टे की खेप पहुंचाने के लिए तस्कर नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। बीते दिनों कूरियर के जरिये चिट्टा तस्करी मामले में पुलिस जांच में अंतरराज्यीय ड्रग तस्कर एवं पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर दिल्ली निवासी संदीप शाह का नाम सामने आया है। इसे पूरे नेटवर्क का मास्टर माइंड बताया जा रहा है।

गिरफ्तारी के बाद तस्करों ने उगले राज
दरअसल, 9 अप्रैल को पुलिस ने 7.98 ग्राम चिट्टे के साथ उत्तर प्रदेश के वीर सिंह (23) पुत्र शत्रुघ्न निवासी मोहनपुरवा, थाना मटौंध, जिला बांदा निवासी को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 8 ग्राम चिट्टे को उसने अपने पास रखा, जबकि 7 ग्राम दूसरे साथी आरोपी संतोष कुमार को बेचा था। इसके बाद 12 अप्रैल को पुलिस ने सह अभियुक्त संतोष कुमार (26) उर्फ गप्पा निवासी नीन, डाकघर दुर्गापुर तहसील सुन्नी निवासी को गिरफ्तार किया था।
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शिमला में लेते थे कूरियर की डिलीवरी
जांच में दोनों से पूछताछ के आधार पर पता चला कि आरोपी उक्त (विदेशी) नंबर से संपर्क के बाद कूरियर की डिलीवरी शिमला में लेते थे। इस बीच पुलिस ने व्हाट्सएप नंबर और स्कैनर की जांच की तो इसमें दिल्ली के संदीप का नाम सामने आया है। अब पुलिस मानकर चल रही है कि संदीप शाह ही व्हाट्सएप के जरिये इस गोरखधंधे को आपरेट कर रहा है। प्रारंभिक जांच के मुताबिक संदीप शाह बीते साल ढली थाना में 33 ग्राम चिट्टे में जेल जा चुका है।

व्हाट्सएप के जरिये चिट्टे का संचालन
कूरियर मामले का मास्टर माइंड संदीप शाह व्हाट्सएप नंबर के जरिये राजधानी में चिट्टा बेचता था। चिट्टे की सप्लाई किस जगह और किसे देनी है यह सिर्फ उसको पता है। 9 अप्रैल को 7.98 ग्राम चिट्टे के आरोपी वीर सिंह और संतोष तो सिर्फ चिट्टे की खेप को उसकी बताई जगह पर रखने का काम करते थे और उपरोक्त जगह पर रखे चिट्टे की फोटो खींचकर उसे भेजते थे। अब पुलिस मानकर चल रही है कि मास्टर माइंड व्हाट्सएप के जरिये इस गोरखधंधे को ऑपरेट कर रहा है। चिट्टा किसे देना यह सिर्फ उसको ही पता है।

फिलहाल, मामले के दूसरे आरोपी संतोष को मंगलवार को अदालत में पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में कैथू जेल भेजा है। सदर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर श्याम सिंह तोमर की अगुवाई में जांच टीम मामले इस पूरे नेटवर्क की परतें उधेड़ने में जुटी है। पुलिस का दावा है कि जल्द की पूरे मामले का पर्दाफाश किया जाएगा।

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