राजोरी सीमा पार से जम्मू संभाग के जिला राजोरी के नौशेरा में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर नशा तस्करी को नाकाम करते हुए तस्करी में शामिल तीन युवकों को पकड़ा है। इनके कब्जे से 10 किलो हेरोइन बरामद की गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना एलओसी पर मकड़ी गांव की है। बाजार में इसकी अनुमानित कीमत 35 करोड़ बताई जा रही है।

नौशेरा का मकड़ी गांव एलओसी पर है। बताते हैं कि सीमा पार से लगातार संदिग्ध गतिविधियों के मद्देनजर स्थानीय लोगों ने एक निगरानी टीम बना रखी है जो एलओसी पर लगातार नजर रख रही है। मंगलवार को टीम के कुछ सदस्यों ने देखा कि गांव के तीन लोग एलओसी की ओर जा रहे हैं।
इस पर टीम के सदस्यों ने कड़ी निगरानी रखी। पाया कि नियंत्रण रेखा की ओर गए तीन लोगों ने बुधवार की शाम सात बजे गांव में दाखिल हुए। उनके पास एक बैग भी था। इस पर टीम के सदस्यों ने अन्य लोगों की मदद से तीनों को घेर लिया। उनके पास मौजूद बैग की तलाशी ली गई तो बैग में भारी मात्रा में हेरोइन जैसा सफेद पाउडर बरामद किया गया।
इस पर लोगों ने पुलिस और सेना को सूचना दी। सुरक्षा बलों के पहुंचने से पहले ही लोगों ने बैग से बरामद पाउडर का वजन किया तो वह 10 किलो निकला। सूचना पाकर पहुंची पुलिस और सेना ने तीनों को हिरासत में ले लिया। साथ ही बरामद पाउडर अपने साथ ले गई।
एक व्यक्ति पहले से ही था पुलिस के रडार पर
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बड़ी मकड़ी की विशेष टीम ने जिन तीन लोगों को पकड़कर पुलिस और सेना के हवाले किया, उनमें से एक व्यक्ति की गतिविधियों पर पहले से ही पुलिस को संदेह था। पुलिस पिछले कुछ समय से उसकी गतिविधियों पर नजर रखे हुए थी। पुलिस को शक था कि वह नियंत्रण रेखा के उस पार से नशीली दवाओं की तस्करी में शामिल है, लेकिन उसे रंगे हाथ पकड़ने में सफलता नहीं मिल पा रही थी।
मकड़ी क्षेत्र पहले से रहा है नशे का हॉट स्पॉट
नौशेरा सब डिवीजन का सेहर मकड़ी क्षेत्र और दो अन्य पंचायतें बड़ी मकड़ी और छोटी मकड़ी पहले से ही आतंकवादी गतिविधियों और क्रॉस बॉर्डर शेलिंग, सीजफायर के उल्लंघन के लिए बड़ा हॉट स्पॉट रहा है। पहले जब पाकिस्तानी सेना संघर्ष विराम का उल्लंघन कर गोलाबारी करती थी तो आईएसआई घुसपैठ की साजिश रचती थी।
नियंत्रण रेखा से मात्र डेढ़ या 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस इलाके से कई बार घुसपैठ के प्रयास किए गए। साथ ही इसी इलाके से नशीले पदार्थों की तस्करी के भी मामले सामने आते रहे हैं। इस संबंध में डीआईजी पुलिस राजोरी-पुंछ रेंज तेजिंद्र सिंह, एसएसपी राजोरी अमृतपाल सिंह और एएसपी नौशेरा रफी से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।