Lok Sabha Election 2024: राजस्थान में कुल 25 लोकसभा सीट हैं. बीजेपी और कांग्रेस दोनों 24 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी हैं, लेकिन इनमें कोई भी मुस्लिम नेता नहीं है.

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों 24 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी हैं. बीजेपी ने भीलवाड़ा और कांग्रेस ने बांसवाड़ा-डूंगरपुर सीट पर अब तक उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है. हालांकि, दोनों पार्टियों ने किसी भी मुस्लिम नेता को टिकट नहीं दिया है. जानकारों के अनुसार राजस्थान में 10 फीसदी मतदाता मुस्लिम समुदाय के हैं. राजस्थान की 10 लोकसभा और 100 विधानसभा सीटों में मुस्लिम मतदाता अहम भूमिका में होते हैं, लेकिन दोनों बड़ी पार्टियों ने किसी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है.
अशोक गहलोत सरकार में मंत्री रहे अमिन खान ने इस पर अपनी निराशा भी जाहिर की. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा “मुस्लिम समुदाय हमेशा से ही कांग्रेस के साथ रहा है. अब वह ठगा सा महसूस कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे में भी उनकी अनदेखी की गई है. पार्टी नेताओं से अपील है कि इस मामले में समय रहते सही फैसला लें, ताकि चुनाव में ज्यादा नुकसान न हो.” अमिन खान ने राजस्थान की शिव विधानसभा सीट से 11 चुनाव लड़े हैं और 5 बार जीत हासिल की है. बीजेपी नेता हामिद खान का कहना है कि उम्मीदवारों का चयन किसी समुदाय के प्रति पार्टी के नजरिए को नहीं दर्शाता है.
मुस्लिम उम्मीदवार से क्यों दूर हुईं पार्टियां?
राजनीतिक जानकारों के अनुसार बीजेपी ने राजस्थान में कभी भी लोकसभा चुनाव में मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है. हालांकि, कांग्रेस ऐसा करती रही हैं. 1962, 1967 और 1972 के अलावा हर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने कम से कम एक मुस्लिम उम्मीदवार जरूर उतारा है. 2009 और 2019 में रफीक मंडेलिया चूरू से कांग्रेस उम्मीदवार थे, लेकिन इस बार पार्टी ने हर सीट पर अपने प्रत्याशी बदले हैं. अयूब खान कांग्रेस के एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार रहे हैं, जिन्होंने 2 बार लोकसभा चुनाव जीता है. इसके अलावा 7 अन्य मुस्लिम उम्मीदवार राजस्थान से एक बार ही चुनाव जीते हैं. इन उम्मीदवारों के खराब चुनावी रिकॉर्ड के चलते ही पार्टियां टिकट देने से बच रही हैं.